उत्कटासन मुद्रा वजन घटाने के लिए

यह एक ऐसा आसन है जो वजन घटाने में प्रभावी होता है। यदि आपका वजन अधिक बढ़ गया हो तो इस आसन का अभ्यास करने से आपका वजन नियंत्रित हो सकता है।

मोटापा कम करने के लिए योग

wajan ghatane ke liye yogasana in Hindi शरीर का वजन बढ़ना और मोटापे की समस्या होना आम बात है। लेकिन मोटापा कम करने के लिए सिर्फ उचित खानपान और सही जीवनशैली ही महत्वपूर्ण नहीं होती बल्कि मोटापे से निजात पाने के लिए योगासन करना भी बहुत जरूरी होता है। आइये जानते हैं वजन घटाने के लिए बेस्ट योगासन कौन से हैं।

मोटापा क्या है

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन(WHO) के अनुसार वर्ष 1980 के बाद से विश्वभर में मोटापे की समस्या दो गुनी हो गई है। मोटापे की समस्या स्वास्थ्य के लिए चिंता की बात है। वजन घटाने के लिए पसीना बहाने और जिम जाने से पहले आपको यह समझना होगा कि मोटापा  वजन बढ़ने से अलग होता है।  सरल शब्दों में यदि आपका बॉडी मास इंडेक्स(BMI) 25 या इससे अधिक है तो इसका अर्थ यह हुआ कि आपके शरीर का वजन बढ़ गया है। लेकिन यदि आपका बॉडी मास इंडेक्स 30 या उससे ज्यादा है तो इसका मतलब यह है कि आप मोटापे के शिकार हो गए हैं। यह दोनों ही स्थिति स्वास्थ्य के लिए खतरनाक होती है और आपको अपने शरीर का वजन नियंत्रित करने के लिए तुरंत कोई उपा

मोटापा कम करने के लिए योग

आज हम आपको वजन घटाने के लिए और मोटापा कम करने के लिए योग के बारें में बताने जा रहे है आप नीचे दिए गए योगासन को मोटापा कम करने के लिए कर सकते है इससे आपको जरुर लाभ प्राप्त होगा सभी योगासन के नीचे उन आसन को करने के तरीके के साथ फायदे भी बताये गए है।आजकल की तनाव भरी जीवनशैली में लोग कई तरह की बीमारियों और विकारों से ग्रस्त हो रहे हैं। इन सभी विकारों में मोटापा और शरीर का वजन बढ़ना सबसे हानिकारक समस्या है। इसका कारण यह है कि मोटापा अपने आप में एक ऐसी समस्या है जो कई बीमारियों को दावत देती है। मोटापे के कारण शरीर में उच्च कोलेस्ट्रॉल, स्ट्रोक और हार्ट अटैक जैसी कई बीमारियां उत्पन्न हो सकती हैं।

“योग विज्ञान है” – ओशो

 योग विज्ञान है, विश्वास नहीं। योग की अनुभूति के लिए किसी तरह की श्रद्धा आवश्यक नहीं है। योग का इस्लाम, हिंदू, जैन या ईसाई से कोई संबंध नहीं है। 

जिन्हें हम धर्म कहते हैं वे विश्वासों के साथी हैं। योग विश्वासों का नहीं है, जीवन सत्य की दिशा में किए गए वैज्ञानिक प्रयोगों की सूत्रवत प्रणाली है। इसलिए पहली बात मैं आपसे कहना चाहूंगा वह यह कि  योग विज्ञान है, विश्वास नहीं। योग की अनुभूति के लिए किसी तरह की श्रद्धा आवश्यक नहीं है। योग के प्रयोग के लिए किसी तरह के अंधेपन की कोई जरूरत नहीं है।

नास्तिक भी योग के प्रयोग में उसी तरह प्रवेश पा सकता है जैसे आस्तिक। योग नास्तिक-आस्तिक की भी चिंता नहीं करता है। विज्ञान आपकी धारणाओं पर निर्भर नहीं होता; विपरीत, विज्ञान के कारण आपको अपनी धारणाएं परिवर्तित करनी पड़ती हैं। कोई विज्ञान आपसे किसी प्रकार के बिलीफ, किसी तरह की मान्यता की अपेक्षा नहीं करता है। विज्ञान सिर्फ प्रयोग की, एक्सपेरिमेंट की अपेक्षा करता है।