योग के द्वारा वजन बढ़ाने के तरीके

अगर आप भी अपने दुबलेपन से परेशान है और सब उपाय करके देख चुके है फिर भी आपका दुबलापन नहीं जा रहा है तो आपको योग का सहारा जरुर काम आयेगा सुनने में थोडा अजीब लगा ना, आपने देखा होगा कि दुबले पतले लोग वजन बढ़ाने के लिए बहुत परेशान रहते हैं। कई कोशिशें करने के बाद भी मनचाहे परिणाम नहीं मिलते हैं। तब योग ही वजन बढ़ाने का सबसे अच्छा तरीका बचता हैं।

योग से बिना किसी दुष्प्रभाव का सामना किए वजन बढ़ाया जा सकता है। योग करने के साथ-साथ आपको पोषक तत्वों से भरपूर भोजन भी करना चाहिए। जिससे आपको अच्छे परिणाम प्राप्त होगे

चक्रासनम

चक्रासन करने से रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है और शरीर लचीला बनता है। इसके अभ्यास से पेट की अतिरिक्त चर्बी को कम करने में भी मदद मिलती हैं।

धनुरासन

धनुरासन पेट की चर्बी तेजी से घटाने में मददगार है धनुरासन के नियमित अभ्यास से कब्‍ज़, पीठ दर्द, पेट की सूजन, थकान और मासिक धर्म के समय होने वाली समस्याएं दूर हो जाती है। साथ ही शरीर में रक्त का संचार अच्छे से होता है। इससे आपके शरीर में लचीलापन भी आता है।

बालासन

इस आसन को रोज करने से मांसपेशियां मजबूत होती हैं और पेट की चर्बी घटती है।

बालासन करने की विधि
सबसे पहले आसान बिछाइए।
फिर दोनों घुटने के बल जमीन पर बैठ जाइए।
अब आपके शरीर का सारा भार आपकी पैरों की एड़ियों पर होना चाहिए।
एक लम्बी गहरी सांस लेते हुए शरीर को आगे की ओर झुकाएं।
इस मुद्रा में आपका सीना जांघों को और माथा फर्श को छूएगा।
कुछ सेकंड इस अवस्था में रहें और वापस उसी अवस्था में आ जाएं।
 

चक्‍की चलनासन

अगर आप अपना वजन कम करना चाहते हैं तो रोज़ाना चक्की चलनासन का अभ्यास ज़रूर करें। इससे कुछ ही दिनों में फर्क नज़र आने लगेगा।

चक्‍की चलनासन करने की विधि
समतल ज़मीन पर दरी या चटाई बिछाकर बैठ जाइए।
अब अपने दोनों पैरों को आपस में सटा कर सामने की ओर फैलाएं।
फिर अपने दोनों हाथों को आपस में मिलाकर पकड़ लें।
अब दोनों हाथों को 5 से 6 बार घड़ी की दिशा में घुमाएं।
फिर कुछ देर रूककर घड़ी की विपरीत दिशा में घुमाएं।
फिर रिलैक्स हो जाएं।

पेट की चर्बी कम करने वाले 5 प्रभावी और आसान योगासन

क्या आप भी पेट की चर्बी से परेशान हैं! और डायट, एक्सर्साइज और न जाने क्या-क्या नहीं किया लेकिन कोई असर नहीं? योग में हर चीज का इलाज है। लेकिन, जल्द नतीजे के लिए यह जानना जरूरी है कौन-से योगासन हैं जो पेट की चर्बी कम करने में सबसे ज्यादा असरदार है। आजकल लोग सबसे ज़्यादा मोटापे या एक्स्ट्रा फैट के शिकार होते जा रहे हैं। यह मोटापा या एक्स्ट्रा फैट सबसे ज़्यादा हमारे पेट, जांघ और हिप्स पर नज़र आता है।

“योग विज्ञान है” – ओशो

 योग विज्ञान है, विश्वास नहीं। योग की अनुभूति के लिए किसी तरह की श्रद्धा आवश्यक नहीं है। योग का इस्लाम, हिंदू, जैन या ईसाई से कोई संबंध नहीं है। 

जिन्हें हम धर्म कहते हैं वे विश्वासों के साथी हैं। योग विश्वासों का नहीं है, जीवन सत्य की दिशा में किए गए वैज्ञानिक प्रयोगों की सूत्रवत प्रणाली है। इसलिए पहली बात मैं आपसे कहना चाहूंगा वह यह कि  योग विज्ञान है, विश्वास नहीं। योग की अनुभूति के लिए किसी तरह की श्रद्धा आवश्यक नहीं है। योग के प्रयोग के लिए किसी तरह के अंधेपन की कोई जरूरत नहीं है।

नास्तिक भी योग के प्रयोग में उसी तरह प्रवेश पा सकता है जैसे आस्तिक। योग नास्तिक-आस्तिक की भी चिंता नहीं करता है। विज्ञान आपकी धारणाओं पर निर्भर नहीं होता; विपरीत, विज्ञान के कारण आपको अपनी धारणाएं परिवर्तित करनी पड़ती हैं। कोई विज्ञान आपसे किसी प्रकार के बिलीफ, किसी तरह की मान्यता की अपेक्षा नहीं करता है। विज्ञान सिर्फ प्रयोग की, एक्सपेरिमेंट की अपेक्षा करता है।