OSHO Dynamic Meditation
This meditation is a fast, intense and thorough way to break old, ingrained patterns in the bodymind that keep one imprisoned in the past, and to experience the freedom, the witnessing, silence and peace that are hidden behind those prison walls.
The meditation is meant to be done in the early morning, when “the whole of nature becomes alive, the night has gone, the sun is coming up and everything becomes conscious and alert.”
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OSHO TALKS: This Is Only a Device
"I am not even telling you to meditate. I am just talking to you and creating a certain atmosphere in which meditation happens to you." Osho ============================================ Get access to a new full length Osho talk everyday. Plus a collection of talks on subjects that matter to you: love, meditation, psychology, emotions, sex, money, power and many others. Sign up to enjoy all this and more!
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ओशो नटराज ध्यान
ओशो नटराज ध्यान
ओशो नटराज ध्यान ओशो के निर्देशन में तैयार किए गए संगीत के साथ किया जा सकता है। यह संगीत ऊर्जा गत रूप से ध्यान में सहयोगी होता है। और ध्यान विधि के हर चरण की शुरूआत को इंगित करता है।
नृत्य को अपने ढंग से बहने दो; उसे आरोपित मत करो। बल्कि उसका अनुसरण करो, उसे घटने दो। वह कोई कृत्य नहीं, एक घटना है। उत्सवपूर्ण भाव में रहो, तुम कोई बड़ा गंभीर काम नहीं कर रहे हो; बस खेल रहे हो। अपनी जीवन ऊर्जा से खेल रहे हो, उसे अपने ढंग से बहने दे रहे हो। उसे बस ऐसे जैसे हवा बहती है और नदी बहती है, प्रवाहित होने दो……तुम भी प्रवाहित हो रहे हो, बह रहे हो, इसे अनुभव करो।
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भोजन के तुरंत बाद वज्रासन करने से नहीं होती है अपच की समस्या, टमी भी रहती है फ्लैट
कभी कभी हम अपने पसंदीदा भोजन के मिलने पर अधिक भोजन कर लेते है, जिसकी वजह से अपच आदि की समस्या होने लगती है। अधिक भोजन करने से पेट भी बाहर निकलने लगता हैं। इस सब से बचने के लिए आप भोजन करने के तुरंत बाद वज्रासन योग को करें, यह बहुत ही लाभदायक होता है।किसी भी योग को करने का सही समय ही उसके लाभ प्राप्त करने में मदद करता है। सभी योग आसान को करने का सबसे अच्छा समय सुबह खाली पेट होता है, लेकिन वज्रासन योग को खाना खाने के तुरंत बाद करना अधिक लाभकारी माना जाता है। यह पाचन क्रिया को स्वस्थ रखने, अपच की समस्या से छुटकारा पाने और पेट को कम करने में भी मदद करता है।
OSHO: My Teaching Is Not for Pleasure
For many people 'enlightenment' is a concept which is very much mixed up with religious concepts of superiority of certain people. Osho addresses some of these misunderstandings and shares his unique insights. Upgrade your subscription and start listening today. A new full length talk available everyday. Plus a collection of talks on various themes.
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प्रकृति से लगाव मन को शांत रखने का आसान तरीका
प्रकृति से लगाव रहने और प्रकृति के करीब रहने से भी मन शांत रहता है। यही कारण है कि मन की शांति के लिए ज्यादातर लोग शहर के शोरगुल से दूर नदियों, पहाड़ों और समुद्र के किनारे एकांत में बैठना पसंद करते हैं। चिड़ियों का चहचहाना, हवा बहना, नदियों का कलकल बहता पानी और प्रकृति की सभी चीजों से मन को अलग तरह की शांति मिलती है। इसलिए मन को शांत रखने के लिए प्रकृति से प्रेम करना बेहद जरूरी है। प्रकृति से जुड़ीं मनोरम और आकर्षक चीजें आपको आनंदित करती है और दिमाग शांत रखने में मदद करती हैं।
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दिमाग को शांत रखने के नुस्खे सुबह टहलने जाना
विशेषज्ञों का मानना है कि जब शरीर को ताजी हवा मिलती है तो हमारा मन व दिमाग मजबूत बनता है और मन में नकारात्मक विचार नहीं आते हैं। इसलिए मन को खुश रखने के लिए टहलना बहुत जरूरी होता है। सुबह शाम टहलने से न सिर्फ हमारे मन के बुरे विचार बाहर निकलते हैं, बल्कि शरीर में रक्त का प्रवाह भी बेहतर तरीके से होता है। इसलिए सुबह का समय टहलने के लिए सर्वोत्तम माना जाता है। इस समय उगते सूर्य की किरणें शरीर को सकारात्मक ऊर्जा से भर देती हैं, जिससे मन को प्रसन्नता और शांति मिलती है।
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मन शांत रखने का उपाय मेडिटेशन करना
मेडिटेशन मन को शांत रखने के लिए एक प्रभावी घरेलू उपाय है। वास्तव में मेडिटेशन एक आध्यात्मिक अभ्यास है और सदियों से लोग अपने मन को शांत रखने के लिए इसे करते आ रहे हैं। अगर आप अपने दिमाग को शांत रखना चाहते हैं, तो प्रतिदिन कम से कम 15 से 30 मिनट तक शांत वातावरण में बैठकर एकाग्र होकर मेडिटेशन करें। इससे तनाव और डिप्रेशन दोनों कम होगा और मन एकदम शांत रहेगा।
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दिमाग को शांत रखने का तरीका गहरी सांस लें
मन को शांत रखने का अचूक मंत्र गहरी सांस लेना है। जब हम अपने श्वास पर ध्यान केंद्रित करते हैं, तब हमारे दिमाग में अच्छे रसायन स्रावित होते हैं, जो मन को कंट्रोल करने तथा मन को खुश रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। मन शांत रखने के लिए नियमित रूप से पांच बार गहरी सांस लेना और कुछ देर बाद सांस को छोड़ना चाहिए। गहरी सांस लेते समय फेफड़े और डायफ्राम पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। इससे मन और मस्तिष्क में भावनात्मक विचार नहीं आते हैं, और तुरंत शांति, राहत और एक अलग तरीके का सुकून मिलता है।
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मन को शांत रखने का उपाय है योग
योग के माध्यम से प्रत्येक व्यक्ति आसानी से अपने मन को शांत रख सकता है। योग करने के दौरान हमारे मस्तिष्क से कई प्रकार के हार्मोन रिलीज होते है, जो मन की बेचैनी और व्याकुलता को दूर करके आपके मन को शांति और दिमाग को आराम देते हैं। मन को शांत करने के लिए आप निम्न योग आसान कर सकते हैं:
ब्रिज पोज
जानुशीर्षासन
उत्तानासन योग
भुजंगासन
बालासन
अनुलोम विलोम प्राणायाम
शवासन
सुप्त बद्ध कोणासन।
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“योग विज्ञान है” – ओशो
योग विज्ञान है, विश्वास नहीं। योग की अनुभूति के लिए किसी तरह की श्रद्धा आवश्यक नहीं है। योग का इस्लाम, हिंदू, जैन या ईसाई से कोई संबंध नहीं है।
जिन्हें हम धर्म कहते हैं वे विश्वासों के साथी हैं। योग विश्वासों का नहीं है, जीवन सत्य की दिशा में किए गए वैज्ञानिक प्रयोगों की सूत्रवत प्रणाली है। इसलिए पहली बात मैं आपसे कहना चाहूंगा वह यह कि योग विज्ञान है, विश्वास नहीं। योग की अनुभूति के लिए किसी तरह की श्रद्धा आवश्यक नहीं है। योग के प्रयोग के लिए किसी तरह के अंधेपन की कोई जरूरत नहीं है।
नास्तिक भी योग के प्रयोग में उसी तरह प्रवेश पा सकता है जैसे आस्तिक। योग नास्तिक-आस्तिक की भी चिंता नहीं करता है। विज्ञान आपकी धारणाओं पर निर्भर नहीं होता; विपरीत, विज्ञान के कारण आपको अपनी धारणाएं परिवर्तित करनी पड़ती हैं। कोई विज्ञान आपसे किसी प्रकार के बिलीफ, किसी तरह की मान्यता की अपेक्षा नहीं करता है। विज्ञान सिर्फ प्रयोग की, एक्सपेरिमेंट की अपेक्षा करता है।