मन को शांत कैसे करें

इस संसार और प्रकृति में मन को सुकून पहुंचाने वाली बहुत सी चीजें मौजूद हैं, बस जरूरत है तो सही तरह से तलाश करने की। यदि आप मन को शांत रखने के तरीके खोज रहें हैं तो इसके लिए आप निम्न उपाय अपना सकते हैं:

मन को शांत करने के उपाय

आज की दौड़-भाग भरी जिन्दगी में मन और दिमाग का अशांत रहना एक आम बात है। मन शांत रखने के लिए नित्य प्रयास न करना और प्रकृति से जुड़े न रहना, व्यक्तियों को टेंसन और डिप्रेसन का शिकार बना सकता है। यदि हर समय आपका मन विचलित और अशांत रहता है, तो यह आपके स्वस्थ और सम्पूर्ण जीवनशैली पर बुरा प्रभाव डाल सकता है। मन शांत न रहने पर व्यक्ति अक्सर गलत फैसले ले लेते हैं, जिसके कारण उन्हें अक्सर पछताना पड़ता है। अतः मन की दुविधा को दूर करने तथा मन व दिमाग को शांत रखने के लिए कुछ उपाय अपनाये जा सकते हैं, जिनके बारे में हम यहाँ बताने जा रहें हैं।

आधुनिक जीवन शैली में योग का महत्‍व

अर्थप्रधान एवं अतिव्‍यस्‍त आधुनिक जीवन शैली अपनाने के कारण आज का मानव न चाहते हुए भी दबाव एवं तनाव, अविश्राम, अराजकता, रोग ग्रस्‍त, अनिद्रा, निराशा, विफलता, काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार, ईर्ष्‍या तथा अनेकानेक कष्‍टपूर्ण परिस्थितियों में जीवन निर्वाह करने के लिए बाध्‍य हो गया है। जल, वायु, ध्‍वनि तथा अन्‍न प्रदूषण के साथ-साथ ऋणात्‍मक दुर्भावनाओं का भी वह शिकार बन चुका है। परिणामस्‍वरूप अनेकानेक शारीरिक रोगों के साथ-साथ मानसिक असंतुलन, चिंताएं, उदासी, सूनापन एवं दुर्भावनात्‍मक विचार उसे चारों ओर से घेर लेते हैं। उसके मन की शान्ति भंग हो जाती है लेकिन इन परिस्थितियों का दृढ़ता के साथ सामना करन

Stretching and Contortion | Yoga to Increase Your Daily Energy and Power by Mirra #contortion #yoga

Hello EVERYONE ! Welcome to my Yoga and Stretching Workout YouTube Channel ! I'm Mirra Chubarova and I'm so glad to have the opportunity to train with you today . I am a Fitness Model and I love Sport and Yoga and Stretching and Flexibility . This is a place where I post my workouts and healthy life style videos My goal is to help inspire everyone at all fitness and levels to get up, get moving and reach their goals !

“योग विज्ञान है” – ओशो

 योग विज्ञान है, विश्वास नहीं। योग की अनुभूति के लिए किसी तरह की श्रद्धा आवश्यक नहीं है। योग का इस्लाम, हिंदू, जैन या ईसाई से कोई संबंध नहीं है। 

जिन्हें हम धर्म कहते हैं वे विश्वासों के साथी हैं। योग विश्वासों का नहीं है, जीवन सत्य की दिशा में किए गए वैज्ञानिक प्रयोगों की सूत्रवत प्रणाली है। इसलिए पहली बात मैं आपसे कहना चाहूंगा वह यह कि  योग विज्ञान है, विश्वास नहीं। योग की अनुभूति के लिए किसी तरह की श्रद्धा आवश्यक नहीं है। योग के प्रयोग के लिए किसी तरह के अंधेपन की कोई जरूरत नहीं है।

नास्तिक भी योग के प्रयोग में उसी तरह प्रवेश पा सकता है जैसे आस्तिक। योग नास्तिक-आस्तिक की भी चिंता नहीं करता है। विज्ञान आपकी धारणाओं पर निर्भर नहीं होता; विपरीत, विज्ञान के कारण आपको अपनी धारणाएं परिवर्तित करनी पड़ती हैं। कोई विज्ञान आपसे किसी प्रकार के बिलीफ, किसी तरह की मान्यता की अपेक्षा नहीं करता है। विज्ञान सिर्फ प्रयोग की, एक्सपेरिमेंट की अपेक्षा करता है।