रोजाना करेंगे कपालभाति प्राणायाम तो बीमारियों से रहेंगे दूर || Swami Ramdev

रोजाना करेंगे कपालभाति प्राणायाम तो बीमारियों से रहेंगे दूर || Swami Ramdev  बिगड़ते लाइफस्टाइल और गलत खान-पान के कारण आजकल लोग कई बीमारियों का शिकार हो जाते है। इनसे छुटकारा पाने के लिए लोग दवाइयों के साथ-साथ कई घरेलू नुस्खें भी करते है। इसके अलावा खुद को हेल्दी रखने के लिए लोग रोजाना हेल्दी फूड का सेवन और एक्सरसाइज करते है। आज हम आपको ऐसी ही एक एक्सरसाइज के बारे में बताने जा रहें है जिसे करने से आप हेल्दी तो रहेंगे साथ ही इससे कई बीमारियां भी दूर हो जाएगी। रोजाना आधे घंटे कपालभाति व्यायाम करने को नियमित रूप से करने पर आपको कई हेल्थ बेनिफिट्स होंगे। तो चलिए जानते है आपकी कई परेशानियों को द

“योग विज्ञान है” – ओशो

 योग विज्ञान है, विश्वास नहीं। योग की अनुभूति के लिए किसी तरह की श्रद्धा आवश्यक नहीं है। योग का इस्लाम, हिंदू, जैन या ईसाई से कोई संबंध नहीं है। 

जिन्हें हम धर्म कहते हैं वे विश्वासों के साथी हैं। योग विश्वासों का नहीं है, जीवन सत्य की दिशा में किए गए वैज्ञानिक प्रयोगों की सूत्रवत प्रणाली है। इसलिए पहली बात मैं आपसे कहना चाहूंगा वह यह कि  योग विज्ञान है, विश्वास नहीं। योग की अनुभूति के लिए किसी तरह की श्रद्धा आवश्यक नहीं है। योग के प्रयोग के लिए किसी तरह के अंधेपन की कोई जरूरत नहीं है।

नास्तिक भी योग के प्रयोग में उसी तरह प्रवेश पा सकता है जैसे आस्तिक। योग नास्तिक-आस्तिक की भी चिंता नहीं करता है। विज्ञान आपकी धारणाओं पर निर्भर नहीं होता; विपरीत, विज्ञान के कारण आपको अपनी धारणाएं परिवर्तित करनी पड़ती हैं। कोई विज्ञान आपसे किसी प्रकार के बिलीफ, किसी तरह की मान्यता की अपेक्षा नहीं करता है। विज्ञान सिर्फ प्रयोग की, एक्सपेरिमेंट की अपेक्षा करता है।