गरुड़ासन

गरुड़ासन के लाभ  कमर, जांघ, कंधे और पीठ के ऊपरी हिस्से में खिंचाव लता हैI शरीर का संतुलन बढ़ाता हैI पैरों की मांसपेसियो को मजबूती प्रदान करता हैI

संयम साधना - ओशो

कृष्ण ने दो निष्ठाओं की बात कही है।

 

एक वे, जो इंद्रियों का संयम कर लेते हैं। जो इंद्रियों को विषय की तरफ--विषयों की तरफ इंद्रियों की जो यात्रा है, उसे विदा कर देते हैं; यात्रा ही समाप्त कर देते हैं। जिनकी इंद्रियां विषयों की तरफ दौड़ती ही नहीं हैं। संयम का अर्थ समझेंगे, तो खयाल में आए। दूसरे वे, जो विषयों को भोगते रहते हैं, फिर भी लिप्त नहीं होते। ये दोनों भी यज्ञ में ही रत हैं।

 

Get Deep into the Quads [Flexibility Flow w/Adee]

Flow along to get a deep stretch in your quadriceps, release tension, and let go. As always, take modifications to suit your body. I show beginner and advanced options! Happy Yoga-ing :)

Yoga Pants by http://www.altaregoapparel.com/
15% off with code "adisonbriana" :)

NEW FREE YOUTUBE CLASSES EVERY WEEK!!
*Leave requests/suggestions in comments

Splits & Backbends Flexibility Flow [Advanced Stretching]

This flexibility training flow is perfect for the splits and backbend lover! As always, listen to your body and do what feels good to you: modify accordingly! No warm up is required prior to this sequence, but it always helps. Happy stretching, enjoy :)

NEW!! EXCLUSIVE SPLITS PROGRAM @ HTTP//WWW.FLOWWITHADEE.VHX.TV !! Sign up and start stretching for your splits today 🙌🏼 Levels beginner through advanced.

Instagram @FlowWithAdee
https://www.facebook.com/FlowWithAdee/

“योग विज्ञान है” – ओशो

 योग विज्ञान है, विश्वास नहीं। योग की अनुभूति के लिए किसी तरह की श्रद्धा आवश्यक नहीं है। योग का इस्लाम, हिंदू, जैन या ईसाई से कोई संबंध नहीं है। 

जिन्हें हम धर्म कहते हैं वे विश्वासों के साथी हैं। योग विश्वासों का नहीं है, जीवन सत्य की दिशा में किए गए वैज्ञानिक प्रयोगों की सूत्रवत प्रणाली है। इसलिए पहली बात मैं आपसे कहना चाहूंगा वह यह कि  योग विज्ञान है, विश्वास नहीं। योग की अनुभूति के लिए किसी तरह की श्रद्धा आवश्यक नहीं है। योग के प्रयोग के लिए किसी तरह के अंधेपन की कोई जरूरत नहीं है।

नास्तिक भी योग के प्रयोग में उसी तरह प्रवेश पा सकता है जैसे आस्तिक। योग नास्तिक-आस्तिक की भी चिंता नहीं करता है। विज्ञान आपकी धारणाओं पर निर्भर नहीं होता; विपरीत, विज्ञान के कारण आपको अपनी धारणाएं परिवर्तित करनी पड़ती हैं। कोई विज्ञान आपसे किसी प्रकार के बिलीफ, किसी तरह की मान्यता की अपेक्षा नहीं करता है। विज्ञान सिर्फ प्रयोग की, एक्सपेरिमेंट की अपेक्षा करता है।