क्रंच एक्सरसाइज करने के फायदे पाचन क्रिया में
क्रंच एक्सरसाइज करने से आपके पेट की मांसपेशियों पर जोर पड़ता है जिससे उनकी अच्छी मालिश होता होती हैं। यह मालिश पेट की पाचन क्रिया में सुधार करती है। यदि आप अपने पाचनतंत्र से सम्बंधित समस्याओं से परेशान है तो आप क्रंच एक्सरसाइज को अवश्य करें।
- Read more about क्रंच एक्सरसाइज करने के फायदे पाचन क्रिया में
- Log in to post comments
क्रंच एक्सरसाइज के फायदे पेट कम करने में
पेट को कम करने में क्रंच एक्सरसाइज बहुत ही फायदेमंद होती है। यह व्यायाम आपके पेट की रेक्टस एब्डोमिनिस मांसपेशियों पर कार्य करता है जो आपके पेट से वसा कम करने में मदद करता हैं। यह एक्सरसाइज उन लोगों के लिए काफी लाभदायक हो सकती है जो लोग अपने भारी पेट से परेशान और अपने पेट को कम करना चाहते हैं।
- Read more about क्रंच एक्सरसाइज के फायदे पेट कम करने में
- Log in to post comments
क्रंच एक्सरसाइज करने के फायदे
क्रंच एक्सरसाइज के फायदे पेट कम करने में – Crunch exercises benefits Reduce belly in Hindi
क्रंच एक्सरसाइज करने के फायदे पाचन क्रिया में – Crunch exercises benefits in Digestive system in Hindi
क्रंच एक्सरसाइज के लाभ करे वजन कम – Crunch exercises for weight loss in Hindi
क्रंच एक्सरसाइज के लाभ शरीर को लचीला बनाने में – Crunch exercises for body flexibility in Hindi
- Read more about क्रंच एक्सरसाइज करने के फायदे
- Log in to post comments
मेडिसिन बॉल क्रंच एक्सरसाइज
क्रंच एक्सरसाइज का प्रकार मेडिसिन बॉल क्रंच एक्सरसाइज, आपके हाथों और कंधों की ताकत और लचीलेपन में सुधार करती है। मेडिसिन बॉल पर अधिक दबाव विशेष रूप से आपके कोर को मजबूत करता है। मेडिसिन बॉल क्रंच एक्सरसाइज करने लिए आप पहले एक एक्सरसाइज मैट को बिछाकर उस पर सीधे लेट जाएं। अब अपने दोनों पैरों को घुटनों से मोड़ कर फर्श पर सीधे रखें। फिर अपने दोनों हाथों में एक मेडिसिन बॉल को पकड़े और हाथों को ऊपर की ओर सीधा कर कर लें। अब अपने कंधों को फर्श से 1-2 इंच तक ऊपर उठायें और अपनी गर्दन को पूरी तरह से सीधी रखें। इस दौरान भी अपने दोनों हाथों को पूरी तरह सीधे ही रखें। अब फिर से नीचे फर्श पर अपने कंधों को रख
- Read more about मेडिसिन बॉल क्रंच एक्सरसाइज
- Log in to post comments
ओब्लिक क्रंच एक्सरसाइज
ओब्लिक क्रंच एक्सरसाइज अपने कोर साइड को नीचे की मांसपेशियों पर फोकस करके किया जाता हैं। यह एक्सरसाइज सुनिश्चित करता है कि आपके मध्य झिल्ली की सभी मांसपेशी अच्छी तरह से कार्य कर रही है। ओब्लिक क्रंच एक्सरसाइज करने लिए आप पहले एक एक्सरसाइज मैट को बिछाकर उस पर सीधे लेट जाएं। अब अपने बाएं पैर को दाई ओर इस प्रकार सीधा करें कि अपने कूल्हों का पूरा वजन आपके दाहिने कुल्हे पर आ जाएं। अब अपने बाएं हाथों को सिर के पीछे रख कर अपने सिर को सहारा दें और दाएं हाथ को नीचे की ओर सीधा रखें। अब सामान्य क्रंच की तरह अपने सिर को सीधा रखें हुए कन्धों को फर्श से 1-2 इंच ऊपर उठायें और फिर से नीचे रखें। यह ओब्लिक क्
- Read more about ओब्लिक क्रंच एक्सरसाइज
- Log in to post comments
क्रॉसओवर क्रंच एक्सरसाइज
क्रंच एक्सरसाइज का एक और प्रकार क्रॉसओवर क्रंच एक्सरसाइज होती है। क्रॉसओवर क्रंच एक्सरसाइज करने लिए आप पहले एक एक्सरसाइज मैट को बिछाकर उस पर सीधे लेट जाएं। अब अपने दोनों पैरों को घुटनों से मोड़ कर फर्श पर सीधे रखें। फिर अपने दाएं पैरों की पिंडली को बाएं पैर की जांघ पर रखें। अब अपने दाएं कंधे और छाती को बायीं ओर करने का प्रयास करें, फिर धीरे-धीरे नीचे लाएं। कुछ रेप्स करने के बाद आप इस क्रिया को दूसरे पैर और दूसरी दिशा में करें।
- Read more about क्रॉसओवर क्रंच एक्सरसाइज
- Log in to post comments
रिवर्स क्रंच एक्सरसाइज
क्रंच एक्सरसाइज का एक अन्य प्रकार रिवर्स क्रंच एक्सरसाइज है। रिवर्स क्रंच को करने के लिए आप पहले एक एक्सरसाइज मैट को बिछाकर उस पर सीधे लेट जाएं। अब अपने दोनों पैरों को घुटनों से मोड़ कर फर्श पर सीधे रखें। फिर अपने हाथों को मोड़े और हथेलियों को सिर के पीछे रख लें, इससे आपके सिर को सहारा मिलता है। अब अपने सिर और कंधों को फर्श पर रखें हुयें केवल दोनों पैरों के घुटनों को ऊपर अपनी छाती की ओर लाने का प्रयास करें। 2 सेकंड के लिए रुकें और फिर से पैरों को नीचे लाएं।
- Read more about रिवर्स क्रंच एक्सरसाइज
- Log in to post comments
क्रंच एक्सरसाइज करने का तरीका
क्रंच एक्सरसाइज को करने के लिए आप पहले फर्श पर एक एक्सरसाइज मैट को बिछाकर उस पर सीधे लेट जाएं।
अब अपने दोनों पैरों को घुटनों से मोड़ कर फर्श पर सीधे रखें।
फिर अपने हाथों को मोड़े और हथेलियों को सिर के पीछे रख लें, इससे आपके सिर को सहारा मिलता है।
साँस को बाहर की ओर छोड़ते हुए अपने कंधों को फर्श से 1-2 इंच तक ऊपर उठायें और अपनी गर्दन को पूरी तरह से सीधी रखें। ध्यान रखें अपने धड़ को अधिक ऊंचाई तक ऊपर नहीं करना हैं।
अब अपनी साँस को अन्दर लेते हुए फिर से सिर और कंधों को नीचे फर्श पर रखें।
आप क्रंच एक्सरसाइज को 15-20 रेप्स में दो से तीन बार कर सकते हैं।
- Read more about क्रंच एक्सरसाइज करने का तरीका
- Log in to post comments
क्रंच एक्सरसाइज क्या हैं
पेट के लिए क्रंच सबसे लोकप्रिय व्यायामों में से एक है। क्रंच एक्सरसाइज मुख्य रूप से रेक्टस एब्डोमिनिस (rectus abdominis) मांसपेशी पर काम करता है। यह आपके तिरछेपन यानि शरीर की साइड की मांसपेशियों पर (obliques) भी काम करता है। यह व्यायाम आपके पेट को कम करने के लिए अधिक प्रसिद्ध हैं। क्रंच एक्सरसाइज को करने के लिए किसी भी प्रकार के उपकरण की आवश्यकता नहीं होती है, आप इसे घर पर भी आसानी से कर सकते हैं। आइये क्रंच एक्सरसाइज को करने के तरीको को विस्तार से जानते हैं।
- Read more about क्रंच एक्सरसाइज क्या हैं
- Log in to post comments
बॉडी स्टैमिना बढ़ाने के लिए माचा चाय
यह एक औषधीय चाय है जो विशेष रूप से जापान में उपयोग की जाती है। नियमित रूप से माचा चाय का सेवन शरीर की ऊर्जा बढ़ाने में सहायक होती है। माचा चाय में अमीनो एसिउ एल-थीनिन (l-theanine) की मात्रा बहुत अधिक होती है जो मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में सहायक होती है। हालांकि माचा चाय में अन्य चाय की तरह ही कैफीन भी होता है लेकिन इसके प्रभाव को कम करने के लिए एल-थीनिन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होता है। इसके अलावा माचा चाय में भी ग्रीन टी की तरह ही एंटीऑक्सीडेंट भी भरपूर मात्रा में होते हैं जो शरीर को फ्री रेडिकल्स और विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बचाने में सहायक होते हैं। आप भी अपने शरी
- Read more about बॉडी स्टैमिना बढ़ाने के लिए माचा चाय
- Log in to post comments
“योग विज्ञान है” – ओशो
योग विज्ञान है, विश्वास नहीं। योग की अनुभूति के लिए किसी तरह की श्रद्धा आवश्यक नहीं है। योग का इस्लाम, हिंदू, जैन या ईसाई से कोई संबंध नहीं है।
जिन्हें हम धर्म कहते हैं वे विश्वासों के साथी हैं। योग विश्वासों का नहीं है, जीवन सत्य की दिशा में किए गए वैज्ञानिक प्रयोगों की सूत्रवत प्रणाली है। इसलिए पहली बात मैं आपसे कहना चाहूंगा वह यह कि योग विज्ञान है, विश्वास नहीं। योग की अनुभूति के लिए किसी तरह की श्रद्धा आवश्यक नहीं है। योग के प्रयोग के लिए किसी तरह के अंधेपन की कोई जरूरत नहीं है।
नास्तिक भी योग के प्रयोग में उसी तरह प्रवेश पा सकता है जैसे आस्तिक। योग नास्तिक-आस्तिक की भी चिंता नहीं करता है। विज्ञान आपकी धारणाओं पर निर्भर नहीं होता; विपरीत, विज्ञान के कारण आपको अपनी धारणाएं परिवर्तित करनी पड़ती हैं। कोई विज्ञान आपसे किसी प्रकार के बिलीफ, किसी तरह की मान्यता की अपेक्षा नहीं करता है। विज्ञान सिर्फ प्रयोग की, एक्सपेरिमेंट की अपेक्षा करता है।