शरीर मजबूत बनाने के उपाय प्रोटीन पाउडर

किसी भी अच्छे आहार में संपूर्ण खाद्य पदार्थों पर ध्यान देना चाहिए, जबकि कुछ ऐसे समय होते हैं जब पूरक आहार की खुराक फायदेमंद हो सकती है।

यदि आप अकेले खाद्य पदार्थों से पर्याप्त प्रोटीन प्राप्त करने के लिए संघर्ष करते हैं, तो आप अपनी दिनचर्या में प्रोटीन शेक को शामिल करने पर विचार कर सकते हैं।

व्हे प्रोटीन (मट्ठा प्रोटीन) और कैसिइन प्रोटीन जैसे डेयरी प्रोटीन पाउडर सबसे लोकप्रिय हैं।

हालाँकि, शरीर मजबूत बनाने के लिए प्रोटीन पाउडर अन्य विकल्प भी हैं। कुछ प्रोटीन पाउडर सोया, मटर, बीफ या चिकन प्रोटीन का उपयोग करते हैं।

शरीर बनाने की दवा है अखरोट

ओमेगा-3 फैटी एसिड प्राप्‍त करने का सबसे अच्‍छा तरीका मछली का सेवन करना है। लेकिन जो लोग शाकाहारी होते हैं उनहें ओमेगा-3 फैटी एसिड प्राप्‍त करने के लिए अखरोट का उपयोग किया जाना चाहिए। अखरोट का नियमत सेवन हृदय को स्‍वस्‍थ रखने में सहायक होता हे। इसके अलावा आप अपने शरीर की फिटनेस को बनाए रखने और शरीर की ताकत में वृद्धि करने के लिए भी अखरोट का उपयोग कर सकते हैं। जानकारों के अनुसार अखरोट में स्‍वस्‍थ वसा के साथ ही ऐसे पोषक तत्‍व और खजिन पदार्थ होते हैं जो शरीर में खराब कोलेस्‍ट्रॉल के स्‍तर को कम करने में सहायक होते हैं। शरीर की कार्यक्षमता को बढ़ाने के लिए आप अपने दैनिक आहार में कुछ अखरोट को शा

शरीर को मजबूत कैसे बनाएं में खाएं शकरकंद

व्‍यस्‍त जीवन और अधिक परिश्रम के कारण शरीर में कमजोरी आना सामान्‍य है। लेकिन इस कमजोरी को दूर करने और शरीर को मजबूत बनाने के लिए आप शकरकंद का सेवन कर सकते हैं। शकरकंद में बीटा-कैरोटीन, विटामिन सी, मैंगनीज आदि के साथ ही अन्‍य खनिज पदार्थ उच्‍च मात्रा में होते हैं। शकरकंद में फाइबर के साथ ही स्‍टार्चयुक्‍त कार्बोहाइड्रेट भी होते हैं जो मांसपेशियों की क्षतिग्रस्‍त कोशिकाओं की मरम्‍मत करने के लिए प्रोटीन उत्‍प्रेरक के रूप में सहायक होते हैं। अधिक परिश्रम और नियमित व्‍यायाम करने वाले लोगों को अपने ऊर्जा स्‍तर को उच्‍च रखने की आवश्‍यकता होती है। यदि आप भी अपने शरीर का उचित वजन और शक्तिशाली शरीर च

शरीर को बलवान बनाना है तो खाएं साल्‍मन

साल्‍मन मछली का नियमित सेवन मांसपेशियों के निर्माण और समग्र स्‍वास्‍थ्‍य के लिए अच्‍छा उपाय है। साल्‍मन मछली की लगभग 85 ग्राम मात्रा का सेवन करने पर 17 ग्राम प्रोटीन, 2 ग्राम ओमेगा-3 फैटी एसिड और विटामिन B सहित कई महत्‍वपूर्ण विटामिन प्राप्‍त होते हैं। ओमेगा-3 फैटी एसिड मांसपेशियों के स्‍वास्‍थ्‍य के लिए बहुत ही आवश्‍यक और फायदेमंद घटक है। जिसके कारण नियमित रूप से साल्मन मछली का सेवन करना मांसपेशियों सहित आपके शरीर की ताकत बढ़ाने में सहायक होता है।

शरीर मजबूत बनाने के उपाय काले

जिन लोगों को शारीरिक कमजोरी का अनुभव हो रहा है उन्हें अपने आहार में कुछ परिवर्तन करने चाहिए। काले भी एक खाद्य सब्‍जी है जिसे पावरहाउस कहा जाता है। काले में मैग्नीशियम की उच्‍च मात्रा होती है। मैग्‍नीशियम शरीर में ऊर्जा के स्‍तर को बढ़ाने में सहायक होता है। आप भी आपनी शारीरिक कमजोरी और थकान संबंधी समस्‍याओं को दूर करने के लिए काले को अपने नियमित आहार में शामिल कर सकते हैं। इसलिए शरीर को ताकतवर बनाने के आसान तरीके में काले को शामिल किया जा सकता है। काले को आप सलाद के साथ या अन्‍य स्‍वादिष्‍ट व्‍यंजनों के रूप से उपभोग कर सकते हैं।

ताकतवर बनने के घरेलू उपाय भांग के बीज

भांग के बीजों में ओमेगा-3 फैटी एसिड की अच्‍छी मात्रा होती है। स्‍वस्‍थ वसा होने के कारण नियमित रूप से भांग के बीजों की बहुत ही कम मात्रा का सेवन करना शरीर के लिए लाभकारी होता है। यह लंबे समय तक ऊर्जा प्राप्‍त करने का सबसे अच्‍छा तरीका है। आप इन्‍हें सलाद, स्‍मूदी और अन्‍य खाद्य पदार्थों के साथ मिलाकर सेवन कर सकते हैं। हालांकि भांग एक नशीला पदार्थ होता है। इसलिए इन बीजों का बहुत ही कम मात्रा में सेवन किया जाना चाहिए। साथ ही आपको इनका सेवन करने से पहले अपने डॉक्‍टर से सलाह लेना आवश्‍यक है।

शरीर को ताकतवर बनाने के लिए चने खाएं

चिकपीस, जिसे चने या छोले के रूप में भी जाना जाता है, कार्ब्स और प्रोटीन दोनों का अच्छा स्रोत है।

प्रत्येक 1-कप (240-ग्राम) डिब्बाबंद छोले में लगभग 12 ग्राम प्रोटीन और 50 ग्राम कार्ब्स होते हैं, जिसमें 10 ग्राम फाइबर भी शामिल है।

कई पौधों के साथ, चने में प्रोटीन पशु स्रोतों की तुलना में कम गुणवत्ता वाला माना जाता है। हालांकि, यह अभी भी एक संतुलित मांसपेशियों के निर्माण के लिए और शरीर को ताकतवर बनाने के लिए आहार का हिस्सा हो सकता है।

जॉगिंग की शुरूआत करने के पहले सप्ताह में

जॉगिंग की शुरूआत करने के लिए पहले आप 6 मिनट तक चलें, फिर धीरे-धीरे 1 मिनट के लिए जॉगिंग करें। और दोबारा फिर 1 मिनट के लिए चलें और 1 मिनट के लिए जॉगिंग करें। जब तक आप थक नहीं जाते, तब तक इन अंतरालों को दोहराएं। शरीर का ठंडा होने के लिए 5 मिनट तक चलें।

योग शब्द संस्कृत धातु युज से निकला है

योग शब्द संस्कृत धातु 'युज' से निकला है, जिसका मतलब है व्यक्तिगत चेतना या आत्मा का सार्वभौमिक चेतना या रूह से मिलन। योग, भारतीय ज्ञान की पांच हजार वर्ष पुरानी शैली है । हालांकि कई लोग योग को केवल शारीरिक व्यायाम ही मानते हैं, जहाँ लोग शरीर को मोडते, मरोड़ते, खिंचते हैं और श्वास लेने के जटिल तरीके अपनाते हैं। यह वास्तव में केवल मनुष्य के मन और आत्मा की अनंत क्षमता का खुलासा करने वाले इस गहन विज्ञान के सबसे सतही पहलू हैं। योग विज्ञान में जीवन शैली का पूर्ण सार आत्मसात किया गया है|

“योग विज्ञान है” – ओशो

 योग विज्ञान है, विश्वास नहीं। योग की अनुभूति के लिए किसी तरह की श्रद्धा आवश्यक नहीं है। योग का इस्लाम, हिंदू, जैन या ईसाई से कोई संबंध नहीं है। 

जिन्हें हम धर्म कहते हैं वे विश्वासों के साथी हैं। योग विश्वासों का नहीं है, जीवन सत्य की दिशा में किए गए वैज्ञानिक प्रयोगों की सूत्रवत प्रणाली है। इसलिए पहली बात मैं आपसे कहना चाहूंगा वह यह कि  योग विज्ञान है, विश्वास नहीं। योग की अनुभूति के लिए किसी तरह की श्रद्धा आवश्यक नहीं है। योग के प्रयोग के लिए किसी तरह के अंधेपन की कोई जरूरत नहीं है।

नास्तिक भी योग के प्रयोग में उसी तरह प्रवेश पा सकता है जैसे आस्तिक। योग नास्तिक-आस्तिक की भी चिंता नहीं करता है। विज्ञान आपकी धारणाओं पर निर्भर नहीं होता; विपरीत, विज्ञान के कारण आपको अपनी धारणाएं परिवर्तित करनी पड़ती हैं। कोई विज्ञान आपसे किसी प्रकार के बिलीफ, किसी तरह की मान्यता की अपेक्षा नहीं करता है। विज्ञान सिर्फ प्रयोग की, एक्सपेरिमेंट की अपेक्षा करता है।