Skip to main content

ഹലാസനം

हलासन

വിക്കിപീഡിയ, ഒരു സ്വതന്ത്ര വിജ്ഞാനകോശം.

ഇംഗ്ലീഷിലെ പേർ plough_pose എന്നാണ്.

    • മലർന്നു കിടക്കുക.
    • കാലുകൾ ചേർത്തുവയ്ക്കുക.
    • കൈകൾ തലയ്ക്ക് ഇരുവശങ്ങളിലായി ചെവിയോട് ചേർത്ത് നിവർത്തി വയ്ക്കുക.
    • ശ്വാസം എടുത്തുകൊണ്ട് കാലുകൾ രണ്ടും വളയാതെ മുകളിലേക്ക് ഉയർത്തുക.
    • ശ്വാസം വിട്ടുകൊണ്ട് കാലുകൾ രണ്ടും മുട്ടുകൾ വളയാതെ തലയ്ക്ക് പുറകിലായി തറയിൽ മുട്ടിക്കുവാൻ ശ്രമിക്കുക.
    • ശ്വാസം എടുത്തുകൊണ്ട് കാലുകൾ മുകളിലേക്ക് ഉയർത്തുക.
    • ശ്വാസം വിട്ടുകൊണ്ട് കാലുകൾ തറയിൽ വയ്ക്കുക.

    ഗുണം

    ദഹന ശക്തി കൂടും.

    അരക്കെട്ടിന്റെ വണ്ണം കുറയും.

    ശബ്ദശുദ്ധി കൂടും.

     

     


    इस आसन में शरीर का आकार हल जैसा बनता है। इससे इसे हलासन कहते हैं। हलासन हमारे शरीर को लचीला बनाने के लिए महत्वपूर्ण है। इससे हमारी रीढ़ सदा जवान बनी रहती है।

    इस आसन में आकृति हल के समान बनती है इसलिए इसे हलासन कहते हैं।

    हलासन करने में विधि :

    1. सर्वप्रथम सीधे पीठ के बल लेट जाइए हाथों को शरीर के बराबर ज़मीन से सटा कर रखिए। 
    2. पैरों व पंजो को मिला लीजिए ।
    3. अब धीरे धीरे दोनो पैरों को ६० डिग्री -९० डिग्री पर उठाते हुए सिर के पीछे फर्श पर लगा दीजिए।
    4. पैरों को बिल्कुल सीधा रखिएगा ।
    5. हाथों ज़मीन पर ही सीधा रखेंगे।
    6. ठोडी को सीने से सटा लीजिए। 
    7. कुछ देर इसी स्थिति में रुकिये ।
    8. साँस सामान्य बनाए रखिएगा।
    9. अब धीरे से पैरो को घुटनो से सीधा रखते हुए वापिस लाइए।
    10. शवासन में आराम।

    हलासन करने की साबधानियाँ : 

    • कमर दर्द व स्लिप डिस्क के रोगी न करें।

     

    हलासन करने के लाभ-

    1. मेरूदंड लचीली होती है।  
    2. दमा, कफ एवं रक्त सम्बन्धी रोगों के लिए बहुत ही लाभकारी  है।
    3. मोटापे को दूर करता है ।
    4. तंत्रिका तंत्र एवं लीवर में  बहुत ही लाभकारी  है.। 
    5. प्रतिदिन करने से कभी क़ब्ज़ नही होता। पेट पर चर्बी ख़त्म कर देता है। 
    6. मानसिक क्षमता को बढ़ाने के लिए  बहुत ही उत्तम है.।
    7. स्त्री रोगों में लाभकारी  ।
    8. थायरायड तथा पैराथायरायड ग्रंथियों को सक्रिय रखता है ।

    Comments

    Pooja Thu, 17/Jun/2021 - 12:32

    Plow Pose