निष्काम कर्म श्लोक
कर्मयोग से तात्पर्य
Anand
Thu, 08/Jun/2023 - 13:56
“अनासक्त भाव से कर्म करना”। कर्म के सही स्वरूप का ज्ञान।
कर्मयोग दो शब्दों से मिलकर बना है – ‘कर्म’ तथा ‘योग’ ।
कर्मयोग के सन्दर्भ ग्रन्थ – गीता, योगवाशिष्ठ एवं अन्य।
1. कर्मों का मनोदैहिक वर्गीकरण –
- Read more about कर्मयोग से तात्पर्य
- Log in to post comments