ब्रह्मचर्यासन योग के फायदे लंबे समय तक सेक्स करने में

ब्रह्मचर्यासन योग उन लोगों के लिए बढ़िया जो बार-बार नाइट फेल और यौन उत्तेजना की कमी से पीड़ित हैं, यह योग वृषण और पाचन तंत्र के काम को विनियमित करने में भी बहुत उपयोगी है। ब्रह्मचर्यासन योग करने के लिए आप पहले घुटना टेक कर या वज्रासन में बैठ जाएं। अपने दोनों पैरों को जांघों से बाहर की ओर रखें। फिर अपने दोनों हाथों को घुटनों पर रख लें। इस ब्रह्मचर्यासन योग की स्थिति में आप अपनी क्षमता के अनुसार बैठे।

“योग विज्ञान है” – ओशो

 योग विज्ञान है, विश्वास नहीं। योग की अनुभूति के लिए किसी तरह की श्रद्धा आवश्यक नहीं है। योग का इस्लाम, हिंदू, जैन या ईसाई से कोई संबंध नहीं है। 

जिन्हें हम धर्म कहते हैं वे विश्वासों के साथी हैं। योग विश्वासों का नहीं है, जीवन सत्य की दिशा में किए गए वैज्ञानिक प्रयोगों की सूत्रवत प्रणाली है। इसलिए पहली बात मैं आपसे कहना चाहूंगा वह यह कि  योग विज्ञान है, विश्वास नहीं। योग की अनुभूति के लिए किसी तरह की श्रद्धा आवश्यक नहीं है। योग के प्रयोग के लिए किसी तरह के अंधेपन की कोई जरूरत नहीं है।

नास्तिक भी योग के प्रयोग में उसी तरह प्रवेश पा सकता है जैसे आस्तिक। योग नास्तिक-आस्तिक की भी चिंता नहीं करता है। विज्ञान आपकी धारणाओं पर निर्भर नहीं होता; विपरीत, विज्ञान के कारण आपको अपनी धारणाएं परिवर्तित करनी पड़ती हैं। कोई विज्ञान आपसे किसी प्रकार के बिलीफ, किसी तरह की मान्यता की अपेक्षा नहीं करता है। विज्ञान सिर्फ प्रयोग की, एक्सपेरिमेंट की अपेक्षा करता है।