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एक्सरसाइज

आँखों की रोशनी बढ़ाने के लिए एक्सरसाइज

आँखें हमारे शरीर का बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है, इसलिए इनकी देखभाल करना बहुत जरूरी है। आँखों की रोशनी बढ़ाने के लिए एक्सरसाइज करना बहुत ही फायदेमंद होता है। दिन भर कंप्यूटर पर काम करने, अधिक समय तक मोबाइल या टीवी देखने से आँखों में थकावट आ जाती है।

अधिक थकावट आँखों की रोशनी को कम करने के लिए भी जिम्मेदार होती है। आई की रोशनी बढ़ाने में एक्सरसाइज आपकी मदद कर सकता है। इसके अलावा यदि आपको कम आँखों की रोशनी के कारण चश्मा लगा है तो इन व्यायाम को करने से आपको इसे हटाने में मदद मिल सकती है।

कूल्हों को टोन करने के लिए ब्रिज (bridge) एक्सरसाइज को भी शामिल करें

ब्रिज एक ऐसी पोजिशन है जो आपके पैरों के पीछे के हिस्से पर काम करती है, साथ ही यह एक्सरसाइज आपकी जांघों और कूल्हों को अधिक टोन्ड और पतला बना सकती है।


 
जमीन पर लेट जाएं और छत की ओर मुंह करें। अपने घुटनों को अपने शरीर के सामने 90 डिग्री के कोण पर मोड़ें। अपनी बाहों को अपनी तरफ रखें।

अपने नितंबों को दबाते हुए, अपने कूल्हों को हवा में ऊपर उठाएं जब तक कि आपका शरीर आपके घुटनों से आपके सिर तक एक सीधी रेखा में न हो।

अपनी पीठ या रीढ़ को जमीन पर लाने से पहले, कुछ सेकंड के लिए इस स्थिति में रहें।

पुल अप्स लेग राईस एक्सरसाइज

पुल अप्स लेग राईस एक्सरसाइज करने के लिए आप सबसे पहले एक पुल-अप्स की रोड के नीचे खड़े हो जाएं। अब अपने दोनों हाथों को ऊपर ले जाएं और पुल-अप्स की रोड को पकड़ लें। अपने दोनों हाथों और शरीर के ऊपर के हिस्से को सीधा रखें। अब केवल कमर से पैर को ऊपर उठायें और नीचे करें, यही पुल अप्स लेग राईस एक्सरसाइज हैं।

पुल-अप्स एक्सरसाइज करने के तरीके और फायदे

ल-अप्स एक्सरसाइज हमारे शरीर के लिए एक बहुत ही अच्छा बॉडी वर्कआउट है। पुल-अप्स एक्सरसाइज को करने के बाद आपको अधिक कोई भी एक्सरसाइज करने की आवश्यकता नहीं होती हैं। यह एक्सरसाइज आपके शरीर को फिट रखती और आपके हाथों, कंधों, बाइसेप्स और वी शेप सभी पर कार्य करती है। पुल-अप्स एक्सरसाइज को एक बॉडी वेट लिफ्ट एक्सरसाइज माना जाता हैं। पुल अप एक्सरसाइज को करने के लिए आपको एक पुल-अप्स की रोड पर अपने शरीर के वजन को ऊपर उठाना होता है। किसी भी डिफेंस जॉब के लिए आपको पुल-अप्स एक्सरसाइज करना अनिवार्य होता है,

ग्रिप स्ट्रेंथ एक्सरसाइज के प्रकार

बॉल स्क्वीज एक्सरसाइज – Ball Squeeze Exercise in Hindi
क्रश ग्रिप – Crush Grip in Hindi
बैंड हैंड एक्सटेंशन्स – Band Hand Extensions in Hindi
सपोर्ट क्रश ग्रिप – Supporting Crush Grip in Hindi
ओपन क्रश ग्रिप – Open Crush Grip in Hindi
ऊपर हैण्ड ग्रिप एक्सरसाइज को करने का सामान्य तरीका दिया गया है, आप इसे और भी कई प्रकार से कर सकते हैं। ग्रिप स्ट्रेंथ  के लिए एक्सरसाइज के अन्य प्रकार निम्न हैं।

हैण्ड ग्रिप एक्सरसाइज करने का तरीका

हैण्ड ग्रिप एक्सरसाइज को करना बहुत ही सरल है और कोई भी व्यक्ति इसे बहुत आसानी से कर सकता हैं। आपको इस एक्सरसाइज को करने के लिए बस एक हैण्ड ग्रिप डिवाइस की आवश्यकता होती हैं जिसे आप आसानी से बाजार या ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं। आइये इसे करने के तरीके को निम्न स्टेप्स में जानते है।

हैण्ड ग्रिप एक्सरसाइज क्या हैं

हैण्ड ग्रिप एक हाथों की उँगलियों की एक्सरसाइज हैं जो कि आपके हाथों की पकड़ को मजबूत करती है। आपके हाथों की पकड़ आपको अन्य एक्सरसाइज जैसे वेट लिफ्टिंग और पुल अप एक्सरसाइज आदि को करने में मदद करती है। इस एक्सरसाइज को आप कभी भी और कहीं भी कर सकते हैं। इस एक्सरसाइज को करने के लिए आपके पास हैण्ड ग्रिप उपकरण होना आवश्यक होता हैं। आइये उँगलियों की इस एक्सरसाइज को करने तरीके को विस्तार से जानते हैं।

हैण्ड ग्रिप एक्सरसाइज करने के तरीके और फायदे

ग्रिप स्ट्रेंथ को विकसित करने का सबसे आसान तरीका हैण्ड ग्रिप एक्सरसाइज है। एक मजूबत पकड़ आपको दैनिक जीवन के कई प्रकार के कार्यों को करने में मदद करती है। आप अपनी जेब में हमेशा हैंड ग्रिपर रखें और जब भी आप बेकार बैठे हों तब उनका उपयोग करें। सभी लोग जो अपनी बॉडी को मजबूत करना चाहते है और अपने मांसपेशियों का विकास करना चाहते है वह अक्सर उँगलियों की मजबूती और उनकी पकड़ को मजबूत करने के बारे में भूल जाते हैं। हैण्ड ग्रिप एक्सरसाइज एक ऐसी एक्सरसाइज जो आपकी पकड़ को मजबूत करती है साथ साथ आपके पूरे हाथों की मांसपेशियों को मजबूत करती हैं

रस्सी कूदना

आप रस्सी कूदकर भी अपने स्टेमिना को बढ़ा सकते है। यह आपको दिल पंप करता है और आपके हाथ और पैर दोनों पर काम करता है। इसमें आपको दोनों हाथों को घुमाते हुए एक या दो इंच जमीन से ऊपर कूदना है। स्टेमिना बढ़ाने के लिए रस्सी कूद आप एक-एक मिनिट करके 10 मिनट तक करने कोशिश करें।


 
इसके अलावा आप अन्य एक्सरसाइज को करके अपने स्टेमिना को बढ़ा सकते हैं जैसे –

बाइसेप्स एक्सरसाइज – Biceps exercises
ट्राइसेप्स एक्सरसाइज –Triceps exercises
एब्डोमिनल एक्सरसाइज – Abdominal exercise
ग्लूट्स एक्सरसाइज – Glutes exercise