बॉडी बिल्डिंग के लिए चिरौंजी प्रोटीन पाउडर

यह प्रोटीन पाउडर का सबसे अच्‍छा विकल्‍प होता है। चिरौंजी तासीर में ठंडा होता है जिसे गर्मी के समय विशेष रूप से खाने की सलाह दी जाती है। चिरौंजी जिसे कुछ लोग अचार के रूप में जानते हैं शरीर को ठंड़ा करने में मदद करता है और शरीर की जलन (burning sensation) को कम करता है। इसमें प्रोटीन, फैट, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन ए, विटामिन सी, कैल्शियम और आयरन आदि विटामिन और खनिज पाए जाते हैं।  चिरोंजी प्रोटीन पाउडर पौधे आधारित प्रोटीन का अच्‍छा स्रोत है यह चिरोंजी के बीज से बना होता है।

बॉडी बिल्डिंग के लिए बादाम से बनाएं प्रोटीन पाउडर

बादाम में पोषक तत्वों का भंडार छिपा हुआ होता है। इसमें कैलोरी (Calories) का स्तर निम्न होता है जिस कारण आपके शरीर को अधिक शक्ति मिलती है। बादाम में कार्बोहाइड्रेट, वसा, प्रोटीन पर्याप्त मात्रा में मौजूद होता है। छोटी मुट्ठी बराबर बादाम में 6 ग्राम प्रोटीन होता है।

बादाम से प्रोटीन पाउडर बनाने के लिए आपको बादाम के साथ आपको कुछ अन्य सामग्री की जरूरी होगी –

बॉडी बिल्डिंग के लिए होममेड प्रोटीन पाउडर

यहाँ पर घर पर प्रोटीन पाउडर बनाने कि कई विधियाँ दी गई आप इनमें से किसी को भी चुन सकते हैं।

बॉडी बिल्डिंग के लिए होममेड प्रोटीन पाउडर

यदि आप अपनी बॉडी बिल्डिंग करना चाहते है लेकिन इसके लिए बाजारों में मिलने वाले प्रोटीन पाउडर का सेवन करना नहीं चाहते है तो आप होममेड प्रोटीन पाउडर का इस्तेमाल कर सकते हैं। अच्छी बॉडी आपको आकर्षक बनाने के साथ ही आपको एक अलग लुक भी देती है।

अच्‍छी बॉडी न होने से कई लोगों को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है। यहां तक की उनके कम वजन या अच्‍छी बॉडी न होने के कारण उन्‍हें कई लड़कियों द्वारा भी रिजेक्‍ट किया जाता है।

अपने शरीर को शेप में लाने और बॉडी बिल्डिंग करने के लिए सिर्फ जिम में घंटों गुजराना ही काफी नहीं है, इसके साथ ही प्रोटीन लेना भी उतना ही जरूरी है।

फैट कम करने के लिए एक्‍सरसाइज

यदि आप भी अपने अधिक वजन को कम करना चाहते हैं तो रोजाना कुछ देर व्‍यायाम करें। एक अध्‍ययन के अनुसार मोटापे का प्रमुख कारण शरीर में जमा अतिरिक्‍त वसा हो सकता है। एक अन्‍य शोध से पता चलता है कि सुबह के समय खाली पेट व्‍यायाम करने से अतिरिक्‍त वसा की 20 प्रतिशत तक मात्रा को कम किया जा सकता है। यदि आप भी अपने शरीर को स्‍वस्‍थ रखने और मोटापे से बचाना चाहते हैं तो दैनिक दिनचर्या में एक्सरसाइज को शामिल कर सकते हैं।

वर्कआउट करने के लाभ रक्‍तचाप कम करे

नियमित एक्सरसाइज करना उच्‍च रक्‍तचाप रोगी के लिए अच्‍छा होता है। उच्‍च रक्‍तचाप के लक्षणों को कम करने के लिए व्यायाम करना एक शान‍दार उपाय है। एक अध्‍ययन के अनुसार प्रात: काल एक्‍सरसाइज करना रक्‍त चाप को बेहतर बनाने और हृदय की कार्य क्षमता को बढ़ाने में सहायक होता है। एक्‍सरसाइज करने से उच्‍च रक्‍तचाप के लक्षणों को 10 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है।

वजन घटाने के लिए प्रोटीन पाउडर बनाने का तरीका

यदि आप अपने घर पर प्रोटीन पाउडर बनाना चाहते है, तो इसके लिए आपको निम्न सामग्री की आवश्यकता होगी-

वजन कम करने के लिए घर पर प्रोटीन पाउडर कैसे बनाएं

अधिकांस लोग अपने वजन को बढ़ाने और बॉडी बनाने के लिए प्रोटीन पाउडर का सेवन करते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि आप प्रोटीन का सेवन करके भी अपने वजन को कम कर सकते हैं। प्रोटीन पाउडर में पायी जाने वाली सामग्री वजन घटाने में बहुत ही सहायक होती हैं। यदि आप अपने मोटापे और भारी वजन को कम करना चाहते है लेकिन बाजारों में मिलने वाले प्रोटीन पाउडर का सेवन करना नहीं चाहते है तो आप होममेड प्रोटीन पाउडर का इस्तेमाल कर सकते हैं। आइये जानते है कि वजन कम करने के लिए घर पर प्रोटीन पाउडर कैसे बनाएं।

लंबे अंतराल के बाद व्यायाम की टिप्स बॉडी को रेस्ट दें

जब आप लंबे गैप के बाद फिर से एक्सरसाइज करने जिम जाते है तो व्यायाम के बीच थोड़ा गैप लें। बॉडी को रेस्ट देने से यह शरीर को खर्च हुयी ऊर्जा को रिकवर करने की अनुमति देता है और आपको फिर से अन्य सेट या एक्सरसाइज करने के लिए प्रोत्साहित करता है।

यदि आप शुरूआत से ही एक एक्सरसाइज से दूसरे एक्सरसाइज के बीच नहीं रुकते हैं, तो यह आपके शरीर की कोशिकाओं के भीतर ऊर्जा को कम करता है। इससे कोशिकाओं का नुकसान भी होता है और शरीर कमजोर भी महसूस कर सकता है।आप अपने शरीर को रिलैक्स करने के लिए समय दें।

लंबे ब्रेक के बाद दोबारा जिम जाने की टिप्स वार्मअप करें

जिम से लंबे ब्रेक के बाद अब आपकी बॉडी उतनी फ्लेक्जिवल (Flexible) नहीं रही। इसलिए आपको दोबारा जिम जाने के बाद शुरूआत में अधिक से अधिक वार्मअप करना चाहिए। अगर आपको लगता है की आप तो पहले से एक्सरसाइज करते है इसलिए आप बहुत हैवी एक्सरसाइज करने की सोच रहे है तो थोड़ा रुकिए। क्योंकि ऐसा करना बिलकुल गलत होगा और इससे आपकी शरीर की नसों और टिश्यू को नुकसान पहुँच सकता है।

“योग विज्ञान है” – ओशो

 योग विज्ञान है, विश्वास नहीं। योग की अनुभूति के लिए किसी तरह की श्रद्धा आवश्यक नहीं है। योग का इस्लाम, हिंदू, जैन या ईसाई से कोई संबंध नहीं है। 

जिन्हें हम धर्म कहते हैं वे विश्वासों के साथी हैं। योग विश्वासों का नहीं है, जीवन सत्य की दिशा में किए गए वैज्ञानिक प्रयोगों की सूत्रवत प्रणाली है। इसलिए पहली बात मैं आपसे कहना चाहूंगा वह यह कि  योग विज्ञान है, विश्वास नहीं। योग की अनुभूति के लिए किसी तरह की श्रद्धा आवश्यक नहीं है। योग के प्रयोग के लिए किसी तरह के अंधेपन की कोई जरूरत नहीं है।

नास्तिक भी योग के प्रयोग में उसी तरह प्रवेश पा सकता है जैसे आस्तिक। योग नास्तिक-आस्तिक की भी चिंता नहीं करता है। विज्ञान आपकी धारणाओं पर निर्भर नहीं होता; विपरीत, विज्ञान के कारण आपको अपनी धारणाएं परिवर्तित करनी पड़ती हैं। कोई विज्ञान आपसे किसी प्रकार के बिलीफ, किसी तरह की मान्यता की अपेक्षा नहीं करता है। विज्ञान सिर्फ प्रयोग की, एक्सपेरिमेंट की अपेक्षा करता है।