मन की शांति के लिए करें उत्तानासन योग

मन की बेचैनी और व्याकुलता को दूर करने के लिए आप उत्तानासन योग को कर सकते है। उत्तानासन करने के लिए आप सबसे पहले एक योगा मैट पर सीधे खड़े हो जाएं। अपने दोनों पैरों को पास-पास रखें और अपने दोनों हाथों को ऊपर सीधा कर लें। अब धीरे-धीरे सामने को ओर कमर से नीचे झुकते जाएं और अपने दोनों हाथों से पैर के पंजों को छूने की कोशिश करें। इस आसन में आप 60 से 90 सेकंड के लिए रहें फिर आसन से बाहर आयें।

मन को शांत करने के योग में करें ब्रिज पोज

ब्रिज पोज को सेतुबंध आसान के नाम से भी जाना जाता है। अशांत मन को शांत करने में ब्रिज पोज योग आपकी मदद कर सकता है। सेतुबंध आसन को करने के लिए आप एक योगा मैट को बिछा के पीठ के बल यानि सीधे लेट जाएं। इसके बाद अपने पैरों को घुटनों के यहाँ से मोड़े और दोनों पैरों पर वजन डालते हुए अपने कूल्हों को फर्श से ऊपर उठायें। अपने दोनों हाथों को पीठ के नीचे ले आयें और उंगली को उंगली में फंसा के दोनों को आपस में जोड़ लें। इस स्थिति में रहते हुए 20 बार साँस लें और आसन को छोड़े

मन को शांत करने के योग

कभी-कभी हमारे मन में भावनात्मक उथल पुथल होती है, जिसको शांत करना हमारे लिए बहुत आवश्यक होता है। आज हम आपको मन को शांत करने के योग के बारे में बताएंगे।

योग के माध्यम से आप आसानी से अपने मन को शांत करके सुकून पा सकते है। आज कल की व्यस्त लाइफस्टाइल में हमारे दिमाग में कई प्रकार की टेंसन चलती रहती है, जो तनाव देकर मन अशांत कर देती है।

योग करने के दौरान हमारे मस्तिष्क से कई प्रकार के हार्मोन को रिलीज करता है जो मन की बेचैनी और व्याकुलता को दूर करके आपके मन को शांत रखकर दिमाग को आराम देता है। आइये योग वशिष्ठ के अनुसार मन को शांत करने का उपाय को विस्तार से जानते है।

शुरुआती योगा अभ्यास दिन 14

यह शुरुआती योगा अभ्यास का दिन 14 है । यह सीरीज़ इस तरह से बनाया गया है कि कोई भी व्यक्ति योगा को आराम से समझ पाए और योग का लाभ उठा सके । इस वीडियो में मैंने समझाया गया है * सुखासन * योगी सांस * बद्धकोणासन * गोमुख आसन * नाड़ी शुद्धि * कपालभाति * शवासन ========================== आप मुझसे इंस्टाग्राम पे कनेक्ट कर सकते हैं https://www.instagram.com/prakash.shristi/

शुरुआती योगा अभ्यास दिन 13

यह शुरुआती योगा अभ्यास का दिन 13 है । यह सीरीज़ इस तरह से बनाया गया है कि कोई भी व्यक्ति योगा को आराम से समझ पाए और योग का लाभ उठा सके । इस वीडियो में मैंने समझाया गया है * सुखासन * पवनमुक्तासन * दंडासन * मालासन * बद्धकोणासन * पैरों से साइकिल चलाने कि क्रिया * सुप्त बद्धकोणासन * शवासन * नाड़ी शुद्धि ========================== आप मुझसे इंस्टाग्राम पे कनेक्ट कर सकते हैं https://www.instagram.com/prakash.shristi/

OSHO: My Whole Life is Full of Jokes

"Gautam Buddha said as his last statement: "Be a light unto yourself." The day I leave the body please remind me, so that I can make my last statement: "Be a joke unto yourself." That is far more joyful than being a light unto yourself." Osho ============================================ A new full length talk available everyday. Plus a collection of talks on subjects that matter to you: love, meditation, psychology, emotions, sex, money, power and many others. Sign up to enjoy all this and more!

“योग विज्ञान है” – ओशो

 योग विज्ञान है, विश्वास नहीं। योग की अनुभूति के लिए किसी तरह की श्रद्धा आवश्यक नहीं है। योग का इस्लाम, हिंदू, जैन या ईसाई से कोई संबंध नहीं है। 

जिन्हें हम धर्म कहते हैं वे विश्वासों के साथी हैं। योग विश्वासों का नहीं है, जीवन सत्य की दिशा में किए गए वैज्ञानिक प्रयोगों की सूत्रवत प्रणाली है। इसलिए पहली बात मैं आपसे कहना चाहूंगा वह यह कि  योग विज्ञान है, विश्वास नहीं। योग की अनुभूति के लिए किसी तरह की श्रद्धा आवश्यक नहीं है। योग के प्रयोग के लिए किसी तरह के अंधेपन की कोई जरूरत नहीं है।

नास्तिक भी योग के प्रयोग में उसी तरह प्रवेश पा सकता है जैसे आस्तिक। योग नास्तिक-आस्तिक की भी चिंता नहीं करता है। विज्ञान आपकी धारणाओं पर निर्भर नहीं होता; विपरीत, विज्ञान के कारण आपको अपनी धारणाएं परिवर्तित करनी पड़ती हैं। कोई विज्ञान आपसे किसी प्रकार के बिलीफ, किसी तरह की मान्यता की अपेक्षा नहीं करता है। विज्ञान सिर्फ प्रयोग की, एक्सपेरिमेंट की अपेक्षा करता है।