सेतुबंधासन योग करने के फायदे हिप्स बड़ा करने में

सेतुबंधा आसान को करने से हिप्स की मांसपेशियों पर खिंचाव पड़ता है जो हिप्स को बड़ा करने में मदद करता है।

सेतुबंधासन योग करने के लिए आप एक योगा मैट को बिछा के उस पर सीधे लेट जाएं, अब अपने पैरों को घुटनों के यहाँ से मोड़ें और अपने हिप्स को ऊपर उठायें, अपने दोनों हाथों को पीठ के नीचे आपस में जोड़ लें। इस स्थिति में रहते हुयें 20 बार साँस लें और स्थिति से बाहर आयें।

कूल्हों को बड़ा करने के लिए करें उष्ट्रासन योग

उष्ट्रासन आसन को कैमल पोज़ के नाम से भी जाना जाता है। यह योग आपके कर्व के लिए और बड़े नितंबों के लिए ग्लूटस मांसपेशियों के लिए फायदेमंद है। उष्ट्रासन योग करने में थोड़ा कठिन लग सकता है, आप इसे सावधानी के साथ करें।


 
उष्ट्रासन करने के लिए सबसे पहले आप के योगा मैट को फर्श पर बिछा के उस पर घुटनों के बल बैठ जाएं। अब घुटनों के बल सीधे खड़े हो जाएं और अपनी पिंडलियों को फर्श पर ही रखें। साँस को अन्दर ले और कमर के यहाँ से थोड़ा सा पीछे की ओर झुके। फिर दोनों हाथों को दोनों पैरों की एड़ी पर रख लें। अब अपनी गर्दन को पीछे की ओर झुका लें।

आनंद बालासन के फायदे हिप्स को बड़ा करने में

हैप्पी बेबी पोज़ आपके हिप्स को बड़ा करने के लिए बहुत ही लाभदायक आसन है। यह एक ग्रेट हिप्स ओपनर पोस है। इस योग को करने से आपके कूल्हों की मांसपेशियों पर खिंचाव लगता है जो उनको उत्तेजित करके हिप्स को बड़ा करने में मदद करते हैं।

आनंद बालासन योग करने के लिए आप सबसे पहले एक योगा मैट को बिछा कर पर सीधे लेट जाएँ। अब अपने दोनों पैरों को ऊपर की ओर सीधा उठायें और पैरों की उँगलियों को नीचे अपने मुँह की ओर झुकाएं। फिर दोनों हाथों से दोनों पैरों के अंगूठे को पकड़ लें। इस स्थिति में आप एक हैप्पी बेबी की मुद्रा में दिखाई देंगे। इस आसन में आप 30 सेकंड से 1 मिनिट तक रुकने का प्रयास करें।

बट साइज बढ़ाने के लिए करें योग नवासन

नियमित रूप से नवासन योग का अभ्यास करना आपके शरीर के लिए कई प्रकार से फायदेमंद होता है। यह योग आपके सभी अंगों जैसे तंत्रिकाओं, हड्डियों, और मांसपेशियों आदि पर काम करता है। आप अपने शरीर के वजन को अपने नितंबों पर संतुलित करते हैं, यानि हिप्स को बड़ा कर सकते है।

हिप्स को बढ़ने के लिए योग उत्कटासन योग

उत्कटासन योग अपने कूल्हों को सही आकार में लाना में मदद करता है। इस योग में आपके शरीर का वजन आपके पैरों पर रहता है, विशेषकर कूल्हों और जांघों की मांसपेशियों पर। यह योग आपके पैरों, खासकर कूल्हों और जांघों की मांसपेशियों को उत्तेजित करता है।

उत्कटासन योग को करने के लिए आप सबसे पहले किसी योगा मैट को फर्श पर बिछा कर उस पर सीधे खड़े हो जाएं। अपने दोनों हाथों को उठाएं और सिर के ऊपर ले जा कर जोड़ लें। अब धीरे-धीरे अपने पैरों को घुटनों से मोड़े और कूल्हों को नीचे लाएं। अपने घुटनों पर 90 डिग्री का कोण बनाने का प्रयास करें। इस मुद्रा में आप एक कुर्सी के समान दिखाई देगें।

हिप्स को बड़ा करने के लिए करें मलासन योग

अपने बट को बढ़ाने के लिए आप मलासन योग को करें। यह बहुत ही फायदेमंद योग आसान है जो आपके हिप्स को सही आकार में लाने में मदद करता है। इस आसन को करने के लिए आपको अपनी जांघों को दूर दूर करके बैठना पड़ता हैं जो एक अच्छा हिप्स ओपनर का कार्य करता हैं। इस हिप ओपनिंग पोज़ का अभ्यास कूल्हों में अधिक गतिशीलता प्रदान करने में मदद कर सकता है।

हिप्स बड़ा करने के लिए योग

हिप्स का सही शेप देखने में आकर्षक लगता है, इसलिए सभी महिलाएं चाहती है कि उनके हिप्स बड़े और सही आकार के हों। आज के इस आर्टिकल में हम आपको हिप्स बड़ा करने के लिए योग के बारे में बताएंगे।

योग आपके शरीर और दिमाग के लिए सबसे अच्छा अभ्यास है। यह आकर्षक दिखने के लिए शरीर के आकार में मदद करता है। आप योग करके अपने नितंबों को बढ़ाएं और शरीर का सही आकार बनाएं।


 गोल-मटोल हिप्स से लड़कियों का आत्मविश्वास बढ़ता है इसलिए वे अपने हिप्स के आकार पर विशेष ध्यान देती है। योग करके भी हिप्स को सही आकार में लाया जा सकता है। आइये हिप्स बड़ा करने के लिए योग के बारे में जानते हैं।

अन्य योग फॉर आईज टू रिमूव ग्लासेज

नीचे कुछ अन्य योग को करने का तरीका दिया गया है जो आँखों के लिए लाभदायक है।

पलकों को झपकाना – Blink eyes yoga
आँखों को स्वस्थ रखने के लिए आप किसी स्थान पर आराम से बैठ जाएं। अब 10 बार अपनी आँखों को जल्दी जल्दी से झपकाएं। इसके बाद आप अपनी साँस को सामान्य रखें और 20 सेकंड का आराम करें। इस क्रिया को आप 5 बार करें।

चश्मा हटाने के लिए योग हलासन

हलासन योग में आपकी स्थिति एक हल के समान दिखाई देती है। इस योग का अभ्यास आप आँखों की ज्योति को बढ़ाने और चश्मा को हटाने के लिए कर सकते है। यह आपके सिर में रक्त परिसंचरण को बढ़ाने में मदद करता है।

हलासन योग करने के लिए आप फर्श पर पीठ के बल सीधे लेट जाएं। अब अपने पैरों को फर्श से ऊपर उठाएं और दोनों पैरों को 90 अंश के कोण पर खड़े रखें। फिर अपने पैरों को सिर के ऊपर से ले जाते हुए 180 डिग्री के कोण पर मोड़े जब तक कि आपके पैरों की उंगलियां फर्श से नहीं छू जाती हैं। आपकी पीठ फर्श पर लंबवत होनी चाहिए। इस प्रक्रिया को धीरे-धीरे और आराम से करें। सांस लेते रहें और रिलैक्स महसूस करें।

“योग विज्ञान है” – ओशो

 योग विज्ञान है, विश्वास नहीं। योग की अनुभूति के लिए किसी तरह की श्रद्धा आवश्यक नहीं है। योग का इस्लाम, हिंदू, जैन या ईसाई से कोई संबंध नहीं है। 

जिन्हें हम धर्म कहते हैं वे विश्वासों के साथी हैं। योग विश्वासों का नहीं है, जीवन सत्य की दिशा में किए गए वैज्ञानिक प्रयोगों की सूत्रवत प्रणाली है। इसलिए पहली बात मैं आपसे कहना चाहूंगा वह यह कि  योग विज्ञान है, विश्वास नहीं। योग की अनुभूति के लिए किसी तरह की श्रद्धा आवश्यक नहीं है। योग के प्रयोग के लिए किसी तरह के अंधेपन की कोई जरूरत नहीं है।

नास्तिक भी योग के प्रयोग में उसी तरह प्रवेश पा सकता है जैसे आस्तिक। योग नास्तिक-आस्तिक की भी चिंता नहीं करता है। विज्ञान आपकी धारणाओं पर निर्भर नहीं होता; विपरीत, विज्ञान के कारण आपको अपनी धारणाएं परिवर्तित करनी पड़ती हैं। कोई विज्ञान आपसे किसी प्रकार के बिलीफ, किसी तरह की मान्यता की अपेक्षा नहीं करता है। विज्ञान सिर्फ प्रयोग की, एक्सपेरिमेंट की अपेक्षा करता है।