भद्रासन योग पेट की समस्याओं का इलाज करता है

एसिडिटी, कब्ज और पेट की कई समस्याओं के इलाज के लिए भद्रासन एक प्राकृतिक और सुरक्षित तरीका है। यह माना जाता है कि यह आसन पाचन प्रक्रिया को बढ़ाता है। अच्छा पाचन भद्रासन योग के प्रसिद्ध स्वास्थ्य लाभों में से एक है।

भद्रासन योग के लाभ स्मूथ डिलीवरी में

स्मूथ डिलीवरी के लिए भद्रासन एक अच्छा प्रसव पूर्व योग आसन है। पैल्विक फ्लोर को बढ़ाने और मजबूत करने के लिए भद्रासन योग बहुत ही लाभदायक है। जब इस योग को करने के लिए घुटनों को दूर-दूर किया जाता हैं तो इससे पेल्विक तल का विस्तार होता है और महिलाओं की मांसपेशियों को एक स्मूथ डिलीवरी के लिए तैयार करता है।

पैर में वैरिकाज़ नसों को राहत देने के लिए भद्रासन योग

भद्रासन योग करने से पैरो में होने वाली वैरिकाज़ नसों को राहत मिलती है। वैरिकाज़ नसें हृदय में अनियमित रक्त की आपूर्ति का संकेत देती हैं और जिससे लंबे समय तक स्वास्थ्य सम्बंधित समस्या बनी रहती हैं। ऊँची एड़ी के जूते में लंबे समय तक बैठने या अत्यधिक चलने के बाद ये वैरिकाज – वेंस आमतौर पर निचले अंगों में दिखाई देते हैं। भद्रासन योग वैरिकाज़ नसों के लिए सुखदायक होता है।

भद्रासन योग पीठ को मजबूत करे

अपनी पीठ को मजबूत करने के लिए आपको भद्रासन योग करना चाहिए इसे आपको लाभ होगा। यह योग एक स्वस्थ और मजबूत स्पाइनल कॉलम (spinal column) को बढ़ावा देती है। आसन के प्रदर्शन के दौरान, रीढ़ को फैलाया जाता है जो इसके प्राकृतिक वक्र को मजबूत करने में मदद करता है और पीठ के दर्द को कम करने में सहायता करता है। जो लोग डेस्क पर बैठ कर नौकरी करते है उनकी पीठ दर्द को ठीक करने के लिए भद्रासन योग लाभदायक होता हैं।

थकान कम करे भद्रासन योग

भद्रासन योग थकान को कम करने में बहुत ही लाभदायक होता हैं। जो लोग दिन भर की थकान से परेशान रहते है उनके लिए इस योग को अच्छा माना जाता जाता हैं। भद्रासन योग रक्त प्रवाह को बढ़ाने के लिए पूरी तरह से सांस-आधारित अभ्यास है। इस प्रकार यह योग हमारे अंदर सुप्त ऊर्जा के भंडार को अनलॉक करता है।

भद्रासन योग के लाभ आत्मविश्वास बढायें

आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए भद्रासन योग बहुत ही फायदेमंद होता है। यह योग रीढ़ के आधार पर स्थित मूलाधार चक्र को सक्रिय करके सुरक्षा, आंतरिक स्थिरता और आत्मविश्वास की भावनाओं को बढ़ावा देता है। मूलाधार चक्र हमारे आध्यात्मिक विकास का आधार बनता है। मूलाधार चक्र के माध्यम से, हम पोषण प्राप्त करते हैं और आत्मानुभूति (self-realization) की स्थिति की ओर बढ़ने में सक्षम होते हैं।

भद्रासन योग के फायदे पाचन तंत्र में

भद्रासन एसिडिटी, कब्ज और पेट की कई समस्याओं के इलाज के लिए एक प्राकृतिक और सुरक्षित तरीका है। इस योग आसन को करते समय आपके पेट और आंतों में दबाव पड़ता है जो पाचन प्रक्रिया को भी बढ़ाता है। भद्रासन योग से आंतरिक पेट के अंगों की एक हल्की मालिश होती जो कि पेट की मांसपेशियों को टोन करता है।

भद्रासन योग करने का तरीका

भद्रासन योग के फायदे पाचन तंत्र में – Bhadrasana yoga for Enhancing Digestive in Hindi
भद्रासन योग के लाभ आत्मविश्वास बढायें – Bhadrasana yoga for Confident in Hindi
थकान कम करे भद्रासन योग – Thakan kam kare Bhadrasana yoga in Hindi
भद्रासन योग पीठ को मजबूत करे – Bhadrasana yoga for Strong Back in Hindi
पैर में वैरिकाज़ नसों को राहत देने के लिए भद्रासन योग – Bhadrasana yoga for Relieving Varicose Veins In The Legs in Hindi
भद्रासन योग के लाभ स्मूथ डिलीवरी में – Bhadrasana yoga ke laabh Smooth Delivery me in Hindi

भद्रासन योग करने का तरीका

भद्रासन योग एक सरल योगासन है इसे करना बहुत ही आसान हैं। इसे किसी भी उम्र का व्यक्ति आसानी से इस योग को कर सकता हैं। नीचे भद्रासन को करने की कुछ स्टेप दी गई है जिसकी मदद से आप इसे आसानी से कर सकते हैं।

“योग विज्ञान है” – ओशो

 योग विज्ञान है, विश्वास नहीं। योग की अनुभूति के लिए किसी तरह की श्रद्धा आवश्यक नहीं है। योग का इस्लाम, हिंदू, जैन या ईसाई से कोई संबंध नहीं है। 

जिन्हें हम धर्म कहते हैं वे विश्वासों के साथी हैं। योग विश्वासों का नहीं है, जीवन सत्य की दिशा में किए गए वैज्ञानिक प्रयोगों की सूत्रवत प्रणाली है। इसलिए पहली बात मैं आपसे कहना चाहूंगा वह यह कि  योग विज्ञान है, विश्वास नहीं। योग की अनुभूति के लिए किसी तरह की श्रद्धा आवश्यक नहीं है। योग के प्रयोग के लिए किसी तरह के अंधेपन की कोई जरूरत नहीं है।

नास्तिक भी योग के प्रयोग में उसी तरह प्रवेश पा सकता है जैसे आस्तिक। योग नास्तिक-आस्तिक की भी चिंता नहीं करता है। विज्ञान आपकी धारणाओं पर निर्भर नहीं होता; विपरीत, विज्ञान के कारण आपको अपनी धारणाएं परिवर्तित करनी पड़ती हैं। कोई विज्ञान आपसे किसी प्रकार के बिलीफ, किसी तरह की मान्यता की अपेक्षा नहीं करता है। विज्ञान सिर्फ प्रयोग की, एक्सपेरिमेंट की अपेक्षा करता है।