YIN YOGA ❤️ 50 minutes deep relax ❤️ full body stretch and opening

welcome to this full body yin yoga practice! dive deep into the opening of your body, let all the muscles go and fully relax! please note: there is no right or wrong for these asana, they will look different in your body and that's perfectly fine. just focus on your breath and tune into yourself here. enjoy.

YOUR FIRST YOGA CLASS ❤️ 30 MINUTES FOR BEGINNERS

if this is your first yoga class ever or you are relatively new to yoga, this class is for you! :) we will breathe together, move together and go through some basic postures slowly and in detail. have fun! ----------------------------------------------------------------------------------------------------------------------- Instagram: https://www.instagram.com/melinaophel... Do a live yoga class with me on zoom: https://www.melinaophelia.com/yoga-cl...

वशिष्ठासन योग करने से पहले यह सावधानी रखें

वशिष्ठासन योग हमारे शारीरिक स्‍वास्‍थ्‍य को बेहतर बनाने का बेहतर तरीका है। लेकिन इस योगासन को करने के दौरान आपको विशेष सावधानी रखने की आवश्‍यकता होती है।

कलाई और पैर के लिए लाभदायक वशिष्ठासन योग

साइड प्लैंक पोज़ अर्थात वशिष्ठासन योग ज्यादातर शरीर के भार को कलाई और पैरों पर आराम देने के साथ दबाव डालता है। कलाई सभी आर्म बैलेंस पॉज़ का अनिवार्य हिस्सा है, इसलिए ताकत और लचीलापन बनाने के लिए, उन पर काम करने के लिए वशिष्ठासन योग एक महान मुद्रा है।

वशिष्ठासन योग के लाभ कूल्हों और रीढ़ में

जब आप वशिष्ठासन योग को करते है तो आपको इसे करने के लिए अपने दोनों कूल्हों को फर्श से उठा कर रीढ़ की हड्डी की रेखा में करना पड़ता हैं, तो इससे आप श्रोणि तल की मांसपेशियों का भी उपयोग करते हैं। यह योग दोनों तरफ समान रूप से अभ्यास करने पर कूल्हों में स्थिरता लाने में मदद करेगा। जब कूल्हों में स्थिरता होती है और कोर की मांसपेशियां मजबूत हो जाती हैं, तो यह दोनों रीढ़ की हड्डी का समर्थन करते हैं।

कोर को मजबूत करे वशिष्ठासन योग

अपनी कोर को मजबूत करने के लिए वशिष्ठासन योग बहुत ही फायदेमंद होता हैं। इसके अलावा यह योग आपके पेट की मांसपेशियों पर भी काम करता हैं। इस योग के दौरान आपको अपनी रीढ़ की हड्डी को पूरी तरह सीधा रखना होता है जिसे आपकी पेट की मांसपेशियों पर जोर पड़ता हैं। इसलिए यदि आप एक मजबूत कोर और एब्स चाहते हैं, तो साइड प्लैंक से शुरू करें।

वशिष्ठासन योग के फायदे निचले शरीर में

निचले शरीर को मजबूत करने के लिए वशिष्ठासन योग बहुत ही लाभदायक होता हैं। यह योग ग्लूटस मैक्सिमस (gluteus maximus), हैमस्ट्रिंग, क्वाड्रिसेप्स और पिंडलियों को मजबूत करने में एक महान भूमिका निभाता है। इससे निचले शरीर की टोनिंग की जाती है साथ में उसकी ताकत और लचीलेपन में सुधार किया जाता है।

“योग विज्ञान है” – ओशो

 योग विज्ञान है, विश्वास नहीं। योग की अनुभूति के लिए किसी तरह की श्रद्धा आवश्यक नहीं है। योग का इस्लाम, हिंदू, जैन या ईसाई से कोई संबंध नहीं है। 

जिन्हें हम धर्म कहते हैं वे विश्वासों के साथी हैं। योग विश्वासों का नहीं है, जीवन सत्य की दिशा में किए गए वैज्ञानिक प्रयोगों की सूत्रवत प्रणाली है। इसलिए पहली बात मैं आपसे कहना चाहूंगा वह यह कि  योग विज्ञान है, विश्वास नहीं। योग की अनुभूति के लिए किसी तरह की श्रद्धा आवश्यक नहीं है। योग के प्रयोग के लिए किसी तरह के अंधेपन की कोई जरूरत नहीं है।

नास्तिक भी योग के प्रयोग में उसी तरह प्रवेश पा सकता है जैसे आस्तिक। योग नास्तिक-आस्तिक की भी चिंता नहीं करता है। विज्ञान आपकी धारणाओं पर निर्भर नहीं होता; विपरीत, विज्ञान के कारण आपको अपनी धारणाएं परिवर्तित करनी पड़ती हैं। कोई विज्ञान आपसे किसी प्रकार के बिलीफ, किसी तरह की मान्यता की अपेक्षा नहीं करता है। विज्ञान सिर्फ प्रयोग की, एक्सपेरिमेंट की अपेक्षा करता है।